मोनी अमावस्या मौन व्रत क्या होता है और इसका क्या महत्व है
मोनी अमावस्या मौन व्रत क्या होता है और इसका क्या महत्व है
इस दिन व्रत विधि है की व्रती को कोई भी शब्द उच्चारण नहीं करना चाहिए अगर किसी को कोई बात कहनी ही पड़े तो हाथों के विचारों से कही जा सकती है मौन व्रत अपनी क्षमता अनुसार 1 दिन एक महीना 6 महीने या पूरे भी किया जा सकता है इस व्रत को करने से मुनि पद की प्राप्ति होती है अर्थात आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है
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मौन व्रत करने से चेहरे का तेज बढ़ता है मुख से जो कहते वह सत्य होता है यह व्रत बहुत ही कठिन होता है अधिक बोलने से सत्यता नहीं रहती इस दिन काले तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर उसमें दक्षिणा रखकर तथा एक लाल कपड़ा में रखकर कर जोशी को दान स्वरूप देना चाहिए काले तिल से शरीर का उबटन करना चाहिए और गंगा जमुना जी में स्नान करना चाहिए
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